वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के लाइटहाउस नेटवर्क में शामिल हुआ सिप्ला का इंदौर प्लांट

स्टॉक मार्केट (Stock Market)


इंदौर । सिप्ला लिमिटेड ने आज घोषणा की है कि उसके इंदौर ओरल सॉलिड डोसेज (ओ एस डी) प्लांट को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम द्वारा ‘एडवांस फोर्थ इंडस्ट्रियल रिवोल्यूशन (4 आई आर) लाइटहाउस’ के रूप में नामित किया गया है। इस प्रकार की प्रतिष्ठित मान्यता प्राप्त करने वाली यह पहली सिप्ला प्लांट है। यह संगठन, भारत और एशिया की पहली फार्मा कंपनियों में से एक है और ग्लोबल लाइटहाउस नेटवर्क का हिस्सा बनने वाली दुनिया की कुछ जेनेरिक फार्मा कंपनियां में से एक है।

ग्लोबल लाइटहाउस नेटवर्क, सभी क्षेत्रों के उत्पादक नेताओं की एक विशिष्ट कम्युनिटी है जो लचीलापन, विकास और वहनीयता के लिए फैक्ट्रियों, मूल्य श्रृंखला और व्यापार मॉडल को बदलने हेतु 4 आई आर टेक्नोलॉजी को तत्काल प्रभाव से अपनाने में सक्षम बनाती है।

दो वर्षों के दौरान, सिप्ला ने एन्ड टू एन्ड लागत, उत्पादकता, गुणवत्तापूर्ण नेतृत्व को खोलने के लिए, समानांतर में 22 भारतीय साइटों के नेटवर्क में ‘डिजिटल ऑटोमेशन एनालिटिक्स’ (डी ए ए) तैनात किया है। सिप्ला की इंदौर ओरल सॉलिड डोसेज (ओ एस डी) प्लांट ने 30+ 4 आई आर उपयोग मामलों के साथ, इस यात्रा का नेतृत्व किया है, जिसमें इंडस्ट्रियल इंटरनेट ऑफ थिंग्स, डिजिटल, एडवांस्ड एनालिटिक्स, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (एन एल पी), रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन आदि शामिल हैं।

इन क्रांतिकारी टेक्नोलॉजी (अन्य क्लासिक लीवर के साथ) के परिणामस्वरूप कम मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट, अधिक तेजी और गति मिली है। सिप्ला की इंदौर ओरल सॉलिड डोसेज (ओएसडी) सुविधा में कई मोर्चों पर उत्पन्न प्रभाव में प्रोडक्टिविटी में 23%* ग्रोथ, विशिष्ट ग्रीनहाउस गैस (जी एच जी) उत्सर्जन में 28% की कमी और क्वालिटी में बढ़ोतरी शामिल है।

इस विकास के बारे में बात करते हुए सिप्ला के ग्लोबल सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर उमंग वोहरा ने कहा कि,” यह मान्यता सिप्ला को ‘डिजिटली नेटिव फ्यूचर-रेडी आर्गेनाइजेशन’ में बदलने की दिशा में, हमारे दृढ़निश्चय का एक सच्चा प्रमाण है। हमने वैल्यू चेन में फिर से संचालन की कल्पना करने की अपनी महत्वाकांक्षा के अनुरूप, मरीजों, डॉक्टरों और अन्य हितधारकों के साथ अपने जुड़ाव को और अधिक बढ़ाने का सफर शुरू किया है।”

उन्होंने आगे कहा, “आर्गेनाइजेशन में एक डिजिटल संस्कृति को शामिल करने से हम, सबसे आगे रहने में सक्षम होते हैं और ऑपरेशनल क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ, हमें निरंतरता से जुड़े वादों को पूरा करने में मदद मिलती है। मैं डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के इस उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए टीम इंदौर को धन्यवाद देना चाहता हूं।

इस बारे में बात करते हुए, सिप्ला की ग्लोबल चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर, गीना मल्होत्रा ने कहा, “हम बड़े पैमाने पर 4 आई आर टेक्नोलॉजी को शुरूआती दौर में अपनाकर, फार्मा में निश्चित तल चिह्न को पुनः परिभाषित कर रहे हैं। हमारी डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पहल, अधिक फुर्ती, तेजी, सरल प्रक्रिया, उच्च दक्षता और चुनौतियों का तेजी से समाधान सुनिश्चित कर रही है। इसने हमारे मैन्युफैक्चरिंग ऑपरेशन्स के मूल में वहनीयता को एकीकृत करने में भी सहायता की है, जो हमारी ईएसजी प्रतिबद्धताओं का एक प्रमुख संचालक है|”

एक साथ 22 साइटों में 4 आई आर टेक्नोलॉजी को तैनात करने के साथ, कंपनी ने एक डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन नजरिया अपनाया है, जो जो डिजाइन के अनुसार देखने को मिलता है। सम्पूर्णत, इसने सिप्ला के वैश्विक स्तर पर उच्च गुणवत्ता वाली वहन करने योग्य दवाओं तक पहुंच में, सबसे आगे रहने के प्रयासों का समर्थन किया है, जो कि अस्थिरता की बढ़ती चुनौतियों, कीमतों में भारी कटौती और बढ़ती इनपुट लागत के बावजूद हुआ है।

ग्लोबल लाइटहाउस नेटवर्क के बारे में बोलते हुए वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की हेड ऑफ शेपिंग द फ्यूचर ऑफ एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग एंड वैल्यू चेन, फ्रांसिस्को बेट्टी ने कहा, “वैश्विक व्यवधानों ने मौजूदा सप्लाई चेन की कमजोरियों को उजागर किया है, बढ़ती मुद्रास्फीति और सामग्री की कमी के कारण मैन्युफैक्चरिंग ऑर्गेनाइजेशंस पर दवाब बढ़ा है, लाइटहाउस दिखाते हैं कि कई कारखानों और व्यावसायिक कार्यों में 4 आई आर टेक्नोलॉजी को तैनात करने और अपनाने की गति को बढ़ाना, उनकी रणनीतिक अनिवार्यताओं की उपलब्धि में तेजी लाने के लिए महत्वपूर्ण है, जैसे कि व्यवसाय विकास, लचीलापन और पर्यावरण के अनुकूल संचालन है।”

Posted By: Sandeep Chourey



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